जैसा कि आप सभी जानते ही होंगे कि धरती पर इंसान को सबसे बुद्धिमान माना गया है और ये बात सही भी है, पहले के समय में अधिकांश लोग आगे आने वाले समय में मानव समान रोबोट बनाने की इच्छा रखते थे जो कि आज हम लोग अपनी जीवनशैली में देख रहे हैं साथ ही आप लोग देखते ही होंगे कि आज के समय में तकनीकी एक विशाल रूप ले रही है और जिसने हम लोगों की दिन प्रतिदिन की गतिविधियों को बहुत ही आसान बना दिया है।
वहीं जब से कम्प्यूटर का आविष्कार किया गया तब से लोगों ने इसके इस्तेमाल को काफी बढ़ा दिया और अपने सभी काम लोग इसी के द्वारा करने लगे वहीं फिर इंसानों ने इन मशीनों की कैपेबिलिटी को भी बढ़ा दिया जैसे कि स्पीड, साइज और उसकी कार्य करने की क्षमता जिससे कि मशीनें हम लोगों का काम बहुत ही कम समय में कर दें और समय की बचत हो सके। ऐसे में साल 1950 में किसी एक मशीन को इसी परिभाषा के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का नाम दिया गया था और इसका प्रयोग हम लोगों के जीवन को सरल बनाने के लिए किया गया तो आइए आपको बताते हैं कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आखिर में है क्या और क्यूं जरूरी है साथ थी इसके फायदे और नुकसान के बारे में सभी जानकारी।
Artificial Intelligence (AI) क्या है
Artificial intelligence का अर्थ है बनावटी(कृत्रिम) तरीके से विकसित की गई बौद्धिक क्षमता जिसे कृत्रिम दिमाग या कृत्रिम होशियारी भी कहा जा सकता है और इसकी शुरुआत वर्ष 1950 में की गई थी, इसके द्वारा कंप्यूटर सिस्टम या रोबोटिक सिस्टम को तैयार किया जाता है और फिर उन्हें उसी तरह से चलाया जाता है जैसे एक मानव मस्तिष्क काम करता है या फिर कह सकते हैं कि ये एक ऐसा सिमुलेशन है जिससे कि मशीनों को मानव इंटेलिजेंस दिया जाता है और उनके दिमाग को इतना उन्नत कर दिया जाता है जिससे कि वो मानव की तरह सोच सके और कार्य कर सके।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जनक जॉन मैकार्थी हैं और उनके अनुसार यह बुद्धिमान मशीनों, खासकर कंप्यूटर प्रोग्राम को बनाने का विज्ञान है साथ ही ये मशीनों द्वारा प्रदर्शित किया गया एक इंटेलिजेंस है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंप्यूटर के द्वारा नियंत्रित रोबोट या फिर इंसानों की तरह सोचने वाला सॉफ्टवेयर बनाए जाने का एक तरीका है साथ ही ये इस बारे में अध्ययन करता है कि एक इंसानी दिमाग कैसे सोचता है, कैसे कोई निर्णय लेता है और समस्या को हल करते समय कैसे सीखता है साथ ही कैसे काम करता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में तीन प्रक्रिया शामिल हैं
- 1.Learning: इसके द्वारा मशीनों के दिमाग में इन्फॉर्मेशन को डाला जाता है और उन्हें कुछ नियम सिखाए जाते हैं जिससे कि वो नियमों का पालन करके दिए गए काम को पूरा कर सकें।
- 2.Reasoning: इसके द्वारा मशीनों को ये ये इंस्ट्रक्शन दिए जाते हैं कि वो बनाए गए सभी नियमों का पालन करके रिजल्ट की तरफ बढ़े जिससे कि उन्हें अनुमानित और निश्चय कंक्लूजन मिल सके।
- 3.Self Correction: इस सेल्फ करेक्शन के द्वारा AI यह निर्धारित करता है कि बाधा डालने वाली वस्तु क्या है और उसमें स्वयं सुधार करके कार्य करता है।
आप लोगों की जानकारी के लिए बता दें कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की कुछ पार्टिकुलर एप्लीकेशन भी मौजूद हैं जिनमें Speech Recognition, Machine Vision और Expert System भी शामिल है साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को कुछ इस तरीके से बनाया गया है कि वह एक मनुष्य की तरह सोच सके कि कैसे एक मनुष्य का दिमाग पहले समस्याओं से सीखता है फिर उसे प्रोसेस करता है और फिर डिसाइड करता है कि क्या करना सही होगा और उसके बाद उस समस्या को कैसे सॉल्व किया जाए इस बारे में सोचता है ठीक इसी तरह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में भी मशीनों को इंसानी दिमाग की सभी विशेषताएं दी हैं। पिछले कुछ सालों से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने बहुत पब्लिसिटी हासिल की है क्यूंकि इसमें बिग डाटा की टेक्नोलॉजी को भी शामिल किया गया है साथ ही इसकी स्पीड, साइज और Variety of Data Business दिन प्रति दिन बढ़ते जा रहे हैं जिससे कि बहुत सी कंपनियां इस टेक्नोलॉजी को अपनाना चाहती हैं।
Artificial Intelligence के कितने प्रकार हैं:
अगर इसके प्रकार की बात करें तो इसके बहुत से प्रकार देखने को मिलते है लेकिन हम आपको इसके कुछ मुख्य प्रकारों के बारे में नीचे बताएंगे:
1.Machine Learning: ये आर्टिफिशियल एल्गोरिदम को सीखता है कि डाटा के बेस पर निर्णय कैसे लिया जाए इसके द्वारा मशीन लर्निंग में कंप्यूटर एल्गोरिदम को डाटा दिया जाता है जिसको खुद से सीखना होता है साथ ही इसका प्रयोग इमेज रिकॉग्निशन, कस्टमर सर्विस,स्पीच रिकॉग्निशन और सर्च जैसे कई जगहों पर किया जाता है।
2.Rule Bases AI: एक AI एक रूल बेस्ड सिस्टम के बेस पर कार्य करता है ये कुछ जरूरी नियमों का पालन करता है जैसे कि अगर A के साथ B है तो हमें C को चुनना चाहिए साथ ही ये AI बहुत बेसिक लेवल का होता है और इस उपयोग बहुत ही सीमित वातावरण के लिए करते हैं।
3.Theory of Mind: इसका उपयोग आर्टिफिकल इंटेलीजेंस सिस्टम को मनुष्य जैसी मानसिक स्थितियों को समझने और अनुकरण करने की क्षमता को प्रदान करता है। इसमें मानवीय भावनाओं, विश्वासों, इरादों, सामाजिक संकेतों को पहचानना और समझना भी शामिल है जिसके द्वारा इंसानों के समान सामाजिक रूप से बुद्धिमान बातचीत में संलग्न करने की अनुमति दी जाती है।
4.Computer Vision: इसका प्रयोग मशीनों को विजुअल डाटा को एनालाइज करने के उद्देश्य से किया जाता है, इसमें मशीनों को इमेज और वीडियो का विश्लेषण करना सिखाया जाता है फिर उसके बाद कंक्लूजन निकाला जाता है।
5.Deep Learning: इसको मशीन लर्निंग का एडवांस लेवल कहा जाता है ये आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को अल्गोरीदम सिखाता है और इसके लिए न्यूरल नेटवर्क का यूज किया जाता है और इसी वजह से इसका उपयोग नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग, इमेज रिकॉग्निशन और स्पीच रिकॉग्निशन में करते हैं।
Artificial Intelligence के क्या फायदे हैं
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के कई फायदे हैं जैसे इसका उपयोग निदान और उपचार के लिए किया जाता है मेडिकल डाटा को एनालाइज करने में भी इसका फायदा है इससे डॉक्टर्स को सटीक रिजल्ट देखने को मिलते हैं और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के द्वारा मेडिकल प्रोफेशनल्स को बीमारी का पहले से पता लग जाता है और उनका इलाज शुरू करने में मदद मिलती है साथ ही इसका एक और फायदा है AI का यूज सुरक्षा और निगरानी के लिए भी किया जा सकता है, सीसीटीवी कैमरा और सेंसर से लिए गए डाटा का विश्लेषण किया जा सकता है जैसे कि अपराध और आपदा को डिटेक्ट किया जा सकता है साथ ही AI का यूज वाहनों में भी किया जाता है जिससे कि दुर्घटनाएं और होने वाली मौतों को कम किया जा सकता है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का फायदा ये भी है कि इसका यूज ग्राहकों की सेवा में किया जा सकता है, चैटबोट और वर्चुअल असिस्टेंट AI टूल्स के द्वारा ग्राहकों से पूछताछ और उनकी शिकायतों को हल किया जाता है साथ ही AI का उपयोग बिजनेस एफिशिएंसी और प्रोडक्टिविटी को बेहतर बनाने में किया जा सकता है क्यूंकि ऑटोमेशन और डाटा एनालिसिस के लिए भी AI का उपयोग किया जाता है। आप लोगों की जानकारी के लिए बता दें कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के ऐसे कई फायदे और हैं साथ ही इसका प्रयोग हमारे जीवन को आसान बनाता है लेकिन इसके द्वारा लिया प्रयोग सही होना चाहिए और इसके नुक्सानों के बारे में भी ध्यान रखना चाहिए।
Artificial Intelligence के क्या हैं नुकसान
AI के फायदे के साथ साथ कई नुकसान भी हैं तो आइए आपको इसके कुछ नुकसान के बारे में बताते हैं। AI में पारंपरिक रूप से करने वाले कामों को स्वचालित करने की क्षमता है जिससे कि उद्योगों में लगी नौकरियां जा सकती हैं और जॉब लॉस का सामना करना पड़ता हैं अगर कस्टमर सपोर्ट के लिए चैटबोट सफल साबित होते हैं तो कंपनियों में इसके लिए नौकरियां नहीं निकलेगी और सबसे ज्यादा खतरा तो ग्राफिक डिजाइनिंग और फिल्मिंग के क्षेत्र से जुड़े हुए लोगों का होगा क्यूंकि इस फील्ड में AI का उपयोग तेजी से हो रहा है।
AI का एक नुकसान ये भी है कि अगर इसका प्रयोग सही से नहीं किया जाए तो ये डाटा प्राइवेसी को भी नुकसान पहुंचा सकता है इसलिए अपने पर्सनल डाटा का सही यूज और उसकी सुरक्षा करना बहुत जरूरी है। AI का यूज ज्यादा करने से लोगों की निर्भरता उन पर बढ़ती चली जाती है और फिर अगर ये मशीनें और कंप्यूटर बंद हो जाए या काम ना करे तो लोगों को काफी नुकसान भी होता है इसलिए अपनी नॉलेज को मेंटेन रखना चाहिए।
तो क्या क्या जाना आपने
मुझे उम्मीद है कि आपको Artificial Intelligence के बारे में सभी सटीक जानकारी मिल गई होगी और AI क्या है, इसके फायदे और नुकसान क्या हैं तथा इससे संबंधित अन्य जानकारियों को मैंने आप तक पहुंचाने की कोशिश की है आशा है आपको मेरा ये आर्टिकल पसंद आया होगा,मेरी पूरी कोशिश थी कि मैं AI से संबंधित सभी जानकारी आप तक पहुंचा पाऊं जिससे आपको अलग अलग साइट्स पर जाकर ढूंढना ना पड़े और आपके समय की बचत हो सके और आप आसानी से एक ही आर्टिकल के माध्यम से सभी जानकारी एकत्रित कर पाएं।
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